अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट शनिवार को ऐतिहासिक फैसला देने जा रहा है। पांच जजों की पीठ शनिवार सुबह 10.30 बजे अपना निर्णय सुनाएगी। उत्तर प्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई
हर संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर पुलिस का घेरा बनाया गया है विवादित स्थल की और आने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए है पहले अटकलें थीं कि यह फैसला 12 नवंबर के बाद आ सकता है। । इससे पहले वह अपना फैसला सुनाएंगे। शनिवार को छुट्टी के दिन के बावजूद सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ बैठेगी और फैसला सुनाएगी। इसके मद्देनजर पूरे देश में सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए गए हैं। एवं सुप्रीम कोर्ट के चारो और सुरक्षा बढा दी गई है
सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली, मप्र उत्तर प्रदेश सहित अनेको राज्यो में स्कूल कॉलेजो में अवकाश घोषित कर दिया गया 09 नवंबर को अवकाश
प्रधाननमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की बात कही है। उन्होंने कहा, 'मेरी प्रदेशवासियों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।' दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया है।
मध्य प्रदेश और कर्नाटक की सरकार ने भी कल स्कूल, कॉलेजों को बंद रखने का ऐलान किया है। इसके आलावा कमलनाथ सरकार ने भोपाल में धारा 144 लागू कर दी है।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से अलर्ट रहने और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसी बीच पीएम मोदी ने देश में शांति बनाए रखने की अपील की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि यह फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दें।
फैसले से पहले प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह को बुलाकर राज्य और खासकर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की दोपहर में करीब डेढ़ घंटे बैठक चली। सुप्रीम कोर्ट में प्रधान न्यायाधीश के चैंबर में हुई इस बैठक में संविधान पीठ में शामिल अन्य जज भी मौजूद थे।