अमित शाह आज एनआरसी पर लोगों को संबोधित करेंगे; भाजपा नेता ने कहा- तृणमूल लोगों में भय पैदा कर रही

कोलकाता. गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह आज पहली बार पश्चिम बंगाल जाएंगे। वे यहां कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर लोगों को संबोधित करेंगे। सूत्रों के अनुसार, इसके अलावा वे दुर्गा पूजा सेमिनार का उद्घाटन भी करेंगे। वहीं, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि तृणमूल ने जानबूझकर एनआरसी को लेकर राज्य में आतंक पैदा करने की कोशिश की है। शाह इस मुद्दे पर स्पष्ट तस्वीर देंगे और सभी आशंकाओं को दूर करेंगे।


 


शाह की एनआरसी पर आज का सेमिनार काफी महत्वपूर्ण है। इससे पहले राज्य में अपनी नागरिकता खोने के डर से 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। शहर और राज्य भर के सरकारी कार्यालयों में सैकड़ों लोगों को अपने जन्म प्रमाण पत्र और आवश्यक दस्तावेज लेने के लिए लाइन में लगे देखा जा रहा है।


 


'ममता हमें शरणार्थी विरोधी पार्टी के रूप में पेश कर रही'


शाह ने कई बार कहा है कि देश भर में एनआरसी लागू की जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसका विरोध करती रही हैं। उन्होंने कहा था कि वह राज्य में एनआरसी कभी लागू नहीं होने देंगी। बंगाल के भाजपा नेता ने कहा कि तृणमूल पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों को बचाने के लिए एनआरसी का विरोध कर रही है, जो उनके वोट बैंक हैं। असम में एनआरसी की अंतिम सूची से कई हिंदुओं को हटा दिए जाने के बाद, यह हमें हिंदू विरोधी और शरणार्थी विरोधी पार्टी के रूप में पेश करने की कोशिश की जा रही है।


 


असम पहला राज्य जहां एनआरसी लागू


असम देश का पहला राज्य है जहां एनआरसी लागू की गई है। वहां 31 अगस्त को एनआरसी की लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें 19 लाख से ज्यादा लोगों के नाम शामिल नहीं थे। इसमें 12 लाख हिंदू हैं। एनआरसी 1985 के असम समझौते के प्रावधानों में से एक है।